क्या बच्चों को ही होता है आटिज्म? या बड़ों को भी हो सकता है यह? World Autism Awareness Day 2024

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क्या बच्चों को ही होता है आटिज्म? या बड़ों को भी हो सकता है यह? World Autism Awareness Day 2024

क्या बच्चों को ही होता है आटिज्म? या बड़ों को भी हो सकता है यह? World Autism Awareness Day 2024

विश्व ऑटिज़्म जागरूकता दिवस 2024: बच्चों की तरह बड़े लोगों को भी ऑटिज़्म की समस्या हो सकती है, आइए जानते हैं उनमें दिखने वाले लक्षण   

मेडिकल शब्दावली के अनुसार, ऑटिज़्म को ऑटिज़्म स्पेक्ट्रम डिसॉर्डर (Autism Spectrum Disorder) कहा जाता है। यह एक समस्या है, जिससे प्रभावित व्यक्ति को बोलचाल, पढ़-लिख और सोशल संबंधों में परेशानियाँ होती हैं। ऑटिज़्म में, व्यक्ति का मन दूसरों के मन से अलग तरीके से काम करता है। अक्सर यह समस्या बच्चों में देखी जाती है, लेकिन कुछ बड़े लोग भी इससे प्रभावित हो सकते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि उनकी समस्याएँ बच्चों की तरह ही होंगी। बड़े व्यक्तियों में, ऑटिज़्म के लक्षण थोड़े अलग तरीके से प्रकट हो सकते हैं, क्योंकि उनकी जीवनशैली और अनुभव भिन्न होते हैं।

आइए इस बार में जानते हैं डॉ. प्रेरणा खन्ना से सीनियर कंसल्टेंट क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, मैक्स हॉस्पिटल वैशाली

डॉ. प्रेरणा खन्ना ने बताया कि हां बड़े लोगों को भी ऑटिज़्म की समस्या हो सकती है, बड़े लोगों का ऑटिज़्म छोटे बच्चों के ऑटिज़्म से थोड़ा अलग हो सकता है, क्योंकि उनका विकास और अनुभव अलग होता है.

बड़े लोगों में, सोशल संबंध बनाने और उनसे बातचीत करने की कठिनाई हो सकती है। इससे उन्हें लोगों के साथ सहज वार्ता करने में मुश्किलें हो सकती हैं, जबकि बच्चों में यह समस्या ज्यादा प्रभावी दिखती है।


बड़े व्यक्तियों में, कभी-कभी भाषा और समझने की क्षमता में कमी हो सकती है, जिससे उन्हें समझने और व्यक्त करने में परेशानी हो सकती है। छोटे बच्चों की तुलना में, इन समस्याओं को पहचानना और समझना आसान नहीं होता है, क्योंकि उनकी भाषा और समझने की क्षमता अधिक होती है।


बड़े व्यक्तियों में, ऑटिज़्म के लक्षण उनकी आदतों और प्राकृतिक स्थितियों में ठीक किए जा सकते हैं। ये लक्षण उनके दैनिक जीवन में अधिक आसानी से प्रकट हो सकते हैं, लेकिन कभी-कभी सामाजिक और व्यक्तिगत संबंधों में कुछ समस्याएँ हो सकती हैं।


इसके कारण:

बड़े व्यक्तियों में ऑटिज़्म का कारण अभी तक पूरी तरह से स्पष्ट नहीं है, लेकिन जेनेटिक और पर्यावरणीय कारकों का एक मिश्रण हो सकता है।

बड़े व्यक्तियों में ऑटिज़्म का इलाज निम्नलिखित तरीकों से हो सकता है:

इंडिविजुअल थेरेपी - इसमें व्यक्ति को सोशल और बोलचाल स्किल्स का अभ्यास किया जाता है। 


दवाओं का उपयोग:   

कई बार दवाओं का सहारा लिया जाता है जो सामाजिक और बोलचाल स्किल्स को सुधारने में मदद कर सकती हैं।

शिक्षा और प्रशिक्षण - व्यक्ति को समाज में सहायता और सहयोग के लिए तैयार किया जा सकता है।

परिवार का सहयोग - परिवार के सदस्यों का समर्थन व्यक्ति के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।

डॉक्टर की सलाह - डॉक्टर्स के परामर्श के अनुसार उपयुक्त दवाओं और थेरेपी का उपयोग किया जा सकता है।