Mohali : पंजाब और भारतीय इक्वेस्ट्रियन स्पोर्ट्स (घुड़सवारी खेल) के इतिहास में एक गौरवपूर्ण उपलब्धि हासिल करते हुए, युवा राइडर अविक भाटिया का चयन एशियन यूथ गेम्स (AYG) 2025 में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए हुआ है, जो बहरीन में आयोजित होने जा रहे हैं। यह पहली बार है जब पंजाब से कोई राइडर इस प्रतिष्ठित इक्वेस्ट्रियन शो-जंपिंग इवेंट में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा।
अविक भाटिया का चयन उनके पिछले वर्ष के बेहतरीन प्रदर्शन के आधार पर हुआ है, जिसने उन्हें भारतीय टीम की मेरिट लिस्ट में शीर्ष स्थान पर पहुंचा दिया। मात्र 16 वर्ष की आयु में, अविक ने अपनी निरंतरता, दक्षता और जुनून से खेल जगत को प्रभावित किया है। वर्ष 2024–25 में उन्होंने अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और क्षेत्रीय शो-जंपिंग प्रतियोगिताओं में 40 से अधिक पदक जीते हैं, जो उन्हें देश के सबसे होनहार युवा इक्वेस्ट्रियन एथलीट्स में शामिल करता है।
आगामी गेम्स में अविक अपने 7 वर्षीय घोड़े BB’s निरभउ (नेथन) के साथ एशिया के श्रेष्ठ राइडर्स के खिलाफ मैदान में उतरेंगे। यह जोड़ी अपनी सटीकता, तालमेल और टाइमिंग के लिए जानी जाती है और पहले ही एक मजबूत साझेदारी के रूप में अपनी पहचान बना चुकी है।
यह पहली बार नहीं है जब अविक ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तिरंगा लहराया हो। वे वर्ष 2022 में भारतीय चिल्ड्रन टीम के सदस्य रह चुके हैं और एशियन इक्वेस्ट्रियन फेडरेशन कप (यूथ) में इंडिविजुअल ब्रॉन्ज मेडल जीत चुके हैं। यह उपलब्धियां कम उम्र में ही उनके असाधारण टैलेंट और संभावनाओं को दर्शाती हैं।
अपनी इस चयन पर खुशी जाहिर करते हुए अविक ने कहा, “अपने देश और अपने राज्य पंजाब का इस प्रतिष्ठित मंच पर प्रतिनिधित्व करना मेरे लिए गर्व की बात है। यह अवसर कई वर्षों की मेहनत, अनुशासन और मेरे कोचेस, परिवार व मार्गदर्शकों के निरंतर सहयोग का परिणाम है। मैं एशियन यूथ गेम्स में भारत का नाम रोशन करने के लिए पूरी कोशिश करूंगा।”
अविक की यह उपलब्धि न केवल भारत में इक्वेस्ट्रियन स्पोर्ट्स के बढ़ते प्रभाव और टैलेंट पूल को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि यह खेल केवल एथलेटिक कौशल नहीं, बल्कि राइडर और घोड़े के बीच गहरे भावनात्मक जुड़ाव और टीमवर्क पर भी आधारित है। अविक की यात्रा उन सभी युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा है जो पारंपरिक खेलों से अलग क्षेत्र में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं।
एशियन यूथ गेम्स में पूरे एशिया के श्रेष्ठ युवा खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं, और इस बार सभी की निगाहें अविक भाटिया पर होंगी, जो अंतरराष्ट्रीय इक्वेस्ट्रियन मंच पर अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयार हैं। उनका चयन न केवल भारतीय इक्वेस्ट्रियन जगत के लिए बल्कि पूरे पंजाब राज्य के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है, जो अपने पहले राइडर के इस मुकाम तक पहुंचने का जश्न मना रहा है।
बहरीन 2025 के लिए तैयारी में जुटे अविक से पूरे देश को उम्मीद है कि वे भारत के लिए सम्मान हासिल करेंगे और आने वाले वर्षों में भारतीय राइडर्स के लिए नए मानक स्थापित करेंगे।


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