मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पटपड़गंज ने शुरू की हेमाटोलॉजी की ओपीडी सेवा

Ticker

15/recent/ticker-posts

मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पटपड़गंज ने शुरू की हेमाटोलॉजी की ओपीडी सेवा

मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल ने शुरू की हेमाटोलॉजी की ओपीडी सेवा
खून की समस्याओं से जूझ रहे मरीजों को अब मुरादाबाद में ही मिलेंगे एक्सपर्ट डॉक्टर

मैक्स सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल पटपड़गंज (नई दिल्ली) ने मुरादाबाद में हेमेटोलॉजी एंड बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) की ओपीडी सेवा शुरू की, पे ओपीडी सेवा मैक्स मेड सेंटर में शुरू की गई है।

मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज में हेमाटोलॉजी एंड बोन मैरो ट्रांसप्लांट की कंसल्टेंट डॉक्टर करुणा झा की मौजूदगी में ये ओपीडी सेवा आरंभ की गई. डॉक्टर करुणा हर महीने के तीसरे मंगलवार को दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक उपलब्ध रहेगी। खून से जुड़ी कुछ आम समस्याओं में कम हीमोग्लोबिन, कम प्लेटलेट काउंट, थैलेसीमिया, एप्लास्टिक एनीमिया, हीमोफीलिया और अन्य ब्लीडिंग समस्याएं होती हैं. इसके अलावा ब्लड कैंसर जैसे मायलोमा, एक्यूट और क्रोनिक ल्यूकेमिया, लिम्फोमास की शिकायत भी ब्लड डिसऑर्डर में आती है. मुरादाबाद में पे ओपीडी सेवा शुरू होने से आसपास के लोगों को प्राथमिक परामर्श के लिए दूसरे शहरों की तरफ नहीं जाना पड़ेगा।

ओपीडी सेवा के लॉन्च पर मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज में हेमाटोलॉजी एंड बोन मेरो ट्रांसप्लांट की कंसल्टेंट डॉक्टर करुणा झा ने कहा, “भारत की करीब 60 फीसदी आबादी को एनीमिया प्रभावित करता है और कई बार इसके साथ कुछ अन्य ब्लड डिसऑर्डर भी होते हैं जो घातक और माइल्ड दोनों तरह के होते हैं, उदाहरण के लिए ब्लड कैंसर का एक रूप मायलोमा है, और पिछले 25 सालों से प्रति लाख लोगों को इसके 30 केस सामने आ रहे हैं, हालांकि, मेडिकल फील्ड में कई तरह की प्रगति हुई हैं. बोन मैरो ट्रांसप्लांट जैसे एडवांसमेंट हुए हैं जिनसे मरीजों के जीवन में इजाफा और सुधार हुआ है. हेमाटोलॉजी और स्टेम सेल ट्रांसप्लांटेशन में काफी एडवांसमेंट हुए हैं और बोन मैरो ट्रांसप्लांट जानलेवा ब्लड डिसऑर्डर से बचाने में बेस्ट जीवन रक्षक बनकर उभरा है।

ब्लड डिसऑर्डर के कुछ सामान्य लक्षणों में थकावट, ब्लड ट्रांसफ्यूजन की जरूरत, बार-बार बुखार, वजन घटना, रात में पसीने आना, हड्डियों में दर्द, ब्लीडिंग, स्लीन का साइज बड़ा होना (पेट के दाहिने हिस्से में परेशानी/सूजन) शामिल है, इसके इलाज में कीमोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी, ब्लड कैंसर के लिए बोन मैरो ट्रांसप्लांट, हल्के और घातक ब्लड डिसऑर्डर के लिए टारगेटेड थेरेपी से इलाज किया जाता है।

डॉक्टर करुणा झा ने आगे कहा, “हमारे देश में हर साल कई मिलियन कैंसर के मामले सामने आते हैं, जिसमे ब्लड कैंसर हर गुजरते साल के साथ और आम हो रहा है, ब्लड कैंसर के ज्यादातर मामलों के सबसे प्रभावी इलाज बोन मैरो ट्रांसप्लांट अब लगभग सभी रोगियों के लिए संभव हो गया है, जिन मामलों में कीमोथेरेपी या रेडियोथेरेपी विफल हो जाती है, वहां बीएमटी सबसे कारगर साबित होती है, विशेष रूप से बोन मैरो ट्रांसप्लांट (बीएमटी) सेंटरों की संख्या बढ़ी है और भारत में हर साल बीएमटी प्रक्रियाओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है. इससे पता चलता है कि बीएमटी जैसी जीवन रक्षक प्रक्रियाओं तक लोगों की पहुंच आसान हो गई है. इस प्रगति ने तत्काल आधार पर बीएमटी का इंतजार कर रहे मरीजों का वेटिंग पीरियड खत्म हो गया है।

मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज का हेमाटोलॉजी और बोन मैरो ट्रांसप्लांट विभाग वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से लैस है, यहां बीएमटी के लिए एचईपीए फिल्टर्ड रूम, स्पेशलाइज्ड डॉक्टर और डेडिकेटेड नर्सिंग स्टाफ है. यहां कम रेट पर आईसीयू बैकअप के साथ ट्रांसपेरेंट पैकेज उपलब्ध हैं, मुरादाबाद में इस ओपीडी को शुरू करना मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज का मरीजों के कल्याण के लिए देशभर में हेल्थ केयर सेवाएं उपलब्ध कराने की दिशा में एक बेहतर कदम है।